बिना अपेक्षा लिए हुए मन में करते जाएं काम, की जो अपेक्षा हुई न पूरी तो खो जाएगा आराम। बिना अपेक्षा लिए हुए मन में करते जाएं काम, की जो अपेक्षा हुई न पूरी तो खो जाए...
जिसे बेटी छोड़ देती लेकिन बेटे स्वयं के व्यवहार से वंचित हो सकते हैं पूर्ण अधिकार से। जिसे बेटी छोड़ देती लेकिन बेटे स्वयं के व्यवहार से वंचित हो सकते हैं पूर्ण...
मानवता महज उनमें बस रेंगती है, जिन्दगी भी ऐसों को बस ठेलती है। मानवता महज उनमें बस रेंगती है, जिन्दगी भी ऐसों को बस ठेलती है।
निज भाषा को अपनायें निज संस्कृति के मोती पायें निज भाषा को अपनायें निज संस्कृति के मोती पायें
छू जाना तुम आसमान को बिना कभी भी हिम्मत हारे। छू जाना तुम आसमान को बिना कभी भी हिम्मत हारे।
मेरी भी नैया पार लगा दो, कितनों को तुमने पार किया। मेरी भी नैया पार लगा दो, कितनों को तुमने पार किया।